DRDO Full form kya hai?|DRDO ke bare mein puri jankari:

DRDO full form kya hai? DRDO ke bare mein puri jankari:

नमस्ते दोस्तों आज हम बात करेंगे DRDO की बारे में । और इसकी पूरी जानकारी। DRDO की फुल फॉर्म क्या है, इसका काम क्या है, इसका स्तपोना कब हुआ था और DRDO से जुड़े हर जानकारी।

DRDO ki full form kya hai?

DRDO की फुल फॉर्म यानी पूरा नाम है Defence Research And Devlopment Organization (रक्षा अनुसंधान एबंग बिकास संगठन)

DRDO kya hai?

DRDO एशिया की सबसे बड़ी और प्रभाबसाली रक्षा अनूसन्धान एजेंसियों में से एक है। ये संगठन का मुख्यालय नई दिल्ली, भारत में है । यह 1956 में तकनीकी विकास प्रतिष्ठान और रक्षा विज्ञान संगठन के तकनीकी विकास और उत्पादन निदेशालय के विलय के माध्यम से स्थापित किया गया था ताकि भारत के डिफेंस शक्ति को बड़ा सके।

DRDO की क्या काम है?

DRDO रक्सा मंत्रलय के अंडर काम करता है। उसका चेयरमैन है Dr. G Satheesh Reddy !

इसका Strength’s Origin is in Science (बलस्य मूलं विज्ञानम्) यानी शक्ति का आधार विज्ञान ही है। अभी DRDO में 30,000 हजार एम्प्लाइज है। इनमे से 500 साइंटिस्ट है।

DRDO भारत के रक्षा प्रानीली की डिज़ाइन और डिप्लोबमेंट के लिए लगातार जुड़े रहते है। ये Indian Army, Nevy, और Air force के रक्षा करने के लिए वर्ल्ड क्लास एकुआपमेंट और वेपन्स तैयार करता है।

DRDO मिलिटरी के बहुत सारे एरिया में काम करता है। जैसे- Aeronautics, Armaments, Combat, Vehicles, Electronics, Instrumentation Engineering
Systems, Missiles, Materials, Naval Systems, Advanced Computing, Simulation 31P Life Sciences.

DRDO की डेवलप किया हुआ टेक्नोलॉजी क्या है?

DRDO ने बहुत ही एडवांस टेक्नोलॉजी के माध्यम से बहुत ही खतर्कनक हथियार , मिसाइल डेवलोप किया है। जिनमेसे कुछ स्पेसल सिस्टम क्रेट किया , और कुछ वेपन्स के नाम बता रहा हु-

Air-Borne Telemetry Receiving System All Electric Type Weapon Control System for ICV, Antenna Systems Bhima
,Biomedical Devices for Internal Use (Implants) Biomedical Devices for External Use Diagnostic Products for Infection Imaging Explosive Reactive Armour (ERA) Integrated Weapon System Simulation,
Kaveri Engine Laser Warning Sensors

भारत के सुरक्षा के लिए DRDO की द्वारा तैयार किया गया वेअपन्स, अग्नि मिसाइल, पृथिवी, नाग, त्रिशूल, और आकाश।

DRDO की लक्ष्य क्या है?

DRDO का लक्ष्य है भारत कोट वर्ल्ड के नम्बर ओन टेक्नोलॉजी देश बनना और डिफेंस सर्विस को मजबूत बनाना।

  • देश की डिफेंस सर्विसेज के लिए एडवांस्ड सेंसर, वेपन सिस्टम्स, प्लेटफॉर्म और इक्विपमेंट्स का प्रोडक्शन करना।
  • डिफेन्स सर्विसेज को टेक्नोलॉजिकल सोल्यूशन्स प्रोवाइड कराना
  • कमिटेड क्वालिटी मैनपावर तैयार करना, साथ ही स्ट्रॉन्ग टेक्नोलॉजी बेस और इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करना।

DRDO में किस तरह की जोब मिलती है?

DRDO (रक्षा अनूसन्धान एबंग बिकास संगठन) में समय-समय पर जॉब वैकेंसी निकालता है जिसमें अलग-अलग क्वॉलिफिकेशन्स के हिसाब से जॉब ऑप्शंस होते हैं और इस एजेंसी में आप क्लर्क, स्टेनोग्राफर, फायर इंजन ड्राइवर, जूनियर रिसर्च फेलो और रिसर्च एसोसिएट जैसी जॉब्स अपनी क्वालिफिकेशन के बेस पर पा
सकते हैं।

तो दोस्तो देश के सुरक्षा के लिए नई नई एकेपमेंट बनाने की जो काम सोपा गया था वो बहुत अच्छा से कर रहा है। आज बहुत सारे देशो ने भारत से दोस्ती करने के लिए तैयार है।

अंत मे:

तो ये था DRDO के बारे में जानकारी: DRDO क्या है, DRDO फुल फॉर्म क्या है, DRDO की काम क्या है, DRDO ने तैयार किया हुआ टेक्नोलॉजी क्या क्या है, DRDO की लक्ष्य क्या होता है, और DRDO में किस तरह की जोब मिलती है, आशा करता हु आप लोगो को ये पोस्ट परके DRDO के बारे में पूरी जानकारी मिल गया है।

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