Albert Einstein Biography in Hindi, जीवन परिचय

Albert Einstein Biography in Hindi, जीवन परिचय, Albert Einstein के बारे में उनका अवार्ड्स और बचपन से जुड़े सभी जानकारी।

इस पोस्ट आपको बायोग्राफी यानि जीवन परिचय जानने को मिलेगा और वह जानकारी Albert Einstein के बारे में है उन्होंने कैसे बचपना गुजरे और अवार्ड्स क्या क्या मिली। Albert Einstein की जीवन परिचय

नमस्ते दोस्तों, आपका स्वागत नॉलेज फाइंडर ब्लॉग के बायोग्राफी काटेगोरिएस के और एक बायो पोस्ट में, अगर आप हमारे पुराने रीडर्स है तो आपको पता ही है हमारे इस ब्लॉग में टेक्नोलॉजी जानकारी के साथ फिल्मो दुनिया के यूटूबेर सक्सेस स्टोरी बायोग्राफी और भी दुनिया के ज्ञानी लोगोके ऊपर लिख पब्लिश करते रहता है। आज इस पोस्ट में Albert Einstein जिनका नाम विज्ञान सब्द आते ही चर्चा होने लगते है उनका बिओग्रफी जानेंगे।

Albert Einstein Biography in Hindi
Albert Einstein की जीवन परिचय

कौन है अल्बर्ट आइंस्टीन?

अल्बर्ट का जन्म 14 march 1879 में जर्मनी के एक यहूदी परिवार में हुआ था। मृत्यु 18 April 1955 में हुआ है। इनके पिता का नाम हरमन आइंस्टीन और इनखे माता का नाम पौलेंन आइंस्टीन था। albert का विवाह दो बार हुआ था , पहली मरिअक के साथ और दूसरी एलिसा लोवेन के साथ। इनके 1 बच्चा है जिसका नाम कदमूनी मार्गेट (दत्तक पुत्री) है।

अल्बर्ट आइंस्टीन एक जर्मन में जन्मे सैद्धांतिक भौतिक विज्ञानी थे जिन्होंने सापेक्षता के सिद्धांत को विकसित किया, आधुनिक भौतिकी के दो स्तंभों में से एक। उनका काम विज्ञान के दर्शन पर इसके प्रभाव के लिए भी जाना जाता है।

इनमे एक ऐसी बात थी जो उन्हें एक सामान्य बच्चे से काफी अलग थी इनका सिर सामान्य बच्चो से काफी बड़ा था।दुनिया में बहुत बड़े बड़े वेज्ञानिको से भरी हुई है , लेकिन उन सभी में से अल्बर्ट आइंस्टीन को हमेशा सबसे पहले रखा जाता है। अल्बर्ट आइंस्टीन एक सैद्धांतिक भौतिक वैज्ञानिक थे। उन्हें सापेक्षता के सिद्धांत और द्रव्यमान-ऊर्जा समीकरण E = mc2 के लिए जाना जाता है। अल्बर्ट आइंस्टीन को प्रकाश ऊर्जा उत्सर्जन की खोज के लिए 1921 में नोबेल पुरस्कार दिया गया था। अल्बर्ट ने कई क्षेत्रों में अपना योगदान दिया है जैसे कि ब्राह्मांड, कोशिकाओं की गति, अणुओं की ब्रूनट, एक-अणु गैस के कांतन सिद्धांत और भौतिकी के थर्मल गुण और ज्यामिति, आदि। 50 से अधिक शोध पत्र और साइंस अपर के लिए कई पुस्तकें हैं। वर्ष 1999 में, उन्हें टाइम्स पत्रिका ने शताब्दी पुरूष घोषित किया था और उनकी गिनती दुनिया के महान वैज्ञानिकों में होती है।

अल्बर्ट आइंस्टीन की जीवन कहानी- Albert Einstein Biography in Hindi

अल्बर्ट का बचपन और उनकी पढ़ाई और फैक्ट्स-

यह सबके इतने लोकप्रिय थे जब भी यह घर के बाहर निकलते थे लोग इन्हें सड़क पर रोक कर इनके दिए गए सिद्धान्त के बारे में पूछने लगते। इन सबसे बचने के लिए अल्बर्ट ने एक रास्ता निकाला जब भी उन्हें कोई पूछता तो वे बोलते माफ कीजिये मुजे अक्सर लोग अल्बर्ट आइंस्टीन समझ लेते है लेकेन में वो नही हु। वे अक्सर कहा करते थे मुुुझमें कुछ खास गुड़ नही है में तो केवल एक इस व्यक्ति हु जिसमे जिज्ञासा कूट कूट कर भरी हुई है।
लेकेन आपको यह जान कर हैरानी होगी कि अल्बर्ट पढ़ाई में इतने तेज नही थे बल्कि इनकी पढ़ाई को देख कर इन्हें मंदबुद्धि भी कहा जाने लगा था।

अल्बर्ट जैसे जैसे बड़े होने लगे उन्हें बोलने में कठिनाई होती थिए उर वे 4 साल तक कुछ नही बोल पाए।लेकिन एक दिन जब वे अपने माता पिता के साथ डिनर कर रहे थे तो उन्होंने अपनी 4 साल की चुप्पी तोड़ कर कहा सुप बहोत गरम है। यह सुन कर उनके माता पिता बहोत खुस हुए।

वे सामान्य बच्चो से काफिया लागत है उनके अपनी उम्र के बच्चो के साथ खेलना बिल्कुल पसंद नही था इसलिए उन्होंने अपनी एक लग दुनिया बना रखी थी वे हमेशा ब्रह्मांड और पेड़ पौधों के बारे में सोचते रहते थे कि आखिर यह दुनिया चलती कैसे है। अल्बर्ट की रुचि साइंस की तरफ तब हुई जब वे 5 साल के थे उनके पिता ने उन्हें एक मैग्नेटिक कंपास लेकर दिया था वे बहोत खुस हुए लेकिन जब उसकी सुई उत्तर की तरफ रहती तब वे सोचते थे ऐसा कैसे होता है।

अल्बर्ट की बोलने में कठिनाइयो की वजह स उन्होंने स्कूल जाना काफी बढ़ मेस सुरु किआ था ।आप यह जानकर हैरान होजाएंगे की अल्बर्ट को स्कूल एक जेल जैसा लगता था ककी टीचर किताबो को समझने से ज्यादा उन्हें रातवाने में विस्वास रखते थे इसलये अल्बर्ट टीचरों से उक्ति सवाल बागी पूछा करते थे जिससे उनके अध्यापको ने उन्हें मंदबुद्धि बोलना सुरु कर दिया।

बार बार मंदबुद्धि बोले जाने के कारण अल्बर्ट को सच में लगने लगा कि उनकी बुद्धि आबि तक विकसित नही हुई है इर वेग पीने अध्यापक से सवाल पूछते है में अपनी बुद्धि विकसित कैसे कर सकता हु। इस सवाल का जवाब देते हुएए ध्यापक ने कहा अभ्यास ही सफलता का मूल मंत्र है।यह जवाब सुनने के बाद अल्बर्ट के मन मे यह बात घर कर गयी और उन्होंने निर्णय लिया वो सबसे आगे रहेंगे उन्होंने पढ़ना सुरु किआ उनका पढ़ने का मन नही करता था लेकेन तब भी वे अपने हाथ से किताब नही छोड़ते थे। इनखे अभ्यास का फल उन्हें मिलना सुरु होगया था सारे टीचर उन्हें देख कर हैरान थे बाद में उन्होंने गणित जैसे विषय लिया लेकेन उनकी आर्थिक स्तिथि ठीक नही थे वे सोक उर मौज पर 1 पैसा भी ख़त्म नही करते थे।

आइये आपको उनके बारे में एक कहानी सुनाते है एक बार बहोत जोरो की बारिश होरही थी और अल्बर्ट अपना हैट अपने जैकेट मैं दबाये चलते जा रहे थे बाद में उन्हें एक सज्जन मिलते है उन्होंने लबेर्ट से कहा बारिश हो रही है और तुम अपना हैट सर पर लगाने के बजाय इसे दबा कर चकते जा रहे हो।इसका जवाब देते हुए अल्बर्ट ने कहा सर भींगा तो सुख जाएगा लेकेन अगर हैट भींगा तो खराब होजाएगा और फिर मेरे पास पैसे भी नही है नया हैट खरीदने के लिए न ही समय।अपने कठिन परिश्रम और अभ्यास की वजह से उन्होंने गणित और भूगोल जैसे विषय मे महारथ हासिल कर ली। उनके हिसाब से शिक्षा वो है जो आपको हमेसा याद रहे कभी भूखे न और वे समय के साथ साथ इतने बुद्धिमान होते गए कि उन्होंने कई अद्भुत खोज की।आज की दुनिया उन्हें थेओरी ऑफ रिलेटिविटी और द्रव्यमान ऊर्जा समीकरण E = mc2 के लिए जानती है।

1952 में अमेरिका ने अल्बर्ट को इजराइल के राष्ट्पति बनने की पेशकार की लेकेन अल्बर्ट ने यह कह कर मन कर दिया कि वे राजनीति के लिए नही बने है। albert हिस्ट्री के सबसे जीनियस व्यक्ति में से एक है।इसलये उनका जन्मदिन 14 मार्च को पूरी दुनिया मे जीनियस डे के दिन पर मनाया जाता है।निजी गतिविधियो के कारण लबेर्ट को जर्मनी छोड़ अमेरिका जाना पड़ा। अल्बर्ट कभी कुछ नया करने से डरते नही थे उनका कहना था जिसने कभी कोई गलती नही की उसने कभी कुछ नया करने की कोसिस नही की।

Albert Einstein उनके पुरुस्कार और सम्मान

आइंस्टीन को कई पुरस्कार और सम्मान मिले हैं। 1922 में, उन्हें भौतिकी के क्षेत्र में और विशेष रूप से फोटो-इलेट्रिक प्रभाव के कानून की खोज के लिए उनकी सेवाओं के लिए अंतर्राष्ट्रीय नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। 1921 में कोई नामांकन अल्फ्रेड नोबेल द्वारा निर्धारित मानदंडों को पूरा नहीं करता था, तो 1921 का पुरस्कार आगे बढ़ गया। 1922 में आइंस्टीन को इसमें सम्मानित किया गया था।

जीवन बदल देने वाले विचार- Albert Einstein Quotes in Hindi

1- जिस व्यक्ति ने कभी कोई गलती नहीं की उस व्यक्ति ने कुछ नया करने की कोशिश नहीं की। – Albert Einstein

2- जो छोटी-छोटी बातों में सच को गंभीरता से (Seriously) नहीं लेता है उस पर बड़े मामलों (Matters) पर भी भरोसा नहीं किया जा सकता है।- Albert Einstein

3- ईश्वर के सामने हम सब एक समान हैं, एक समान बुद्धिमान (Intelligent) और एक समान मुर्ख (Idiot) भी।- Albert Einstein

4- कल्पना शक्ति (Imagination Power) ज्ञान से ज्यादा महत्वपूर्ण है।

5- सफल व्यक्ति बनने का प्रयास मत कीजिये बल्कि सिद्धांतो वाला (Theoretician) बनने का प्रयत्न कीजिये।- Albert Einstein

6- हर व्यक्ति में काबिलियत (Ability) होती है परन्तु आप मछली को पेड़ पर चढ़ने के हिसाब से Compare करेंगे तो वो पूरी उम्र ये सोच कर जियेगी की वो मुर्ख है।- Albert Einstein

7- एक जहाज सबसे अधिक सुरक्षित (Safe) समुद्र किनारे पर होता है परन्तु वो इसलिए नहीं बना होता है।- Albert Einstein

8- महत्वपूर्ण बात यह है की Question करना न छोड़े, जिज्ञासा (Curiosity) के मौजूद होने के अपने खुद के कारण होते हैं।

9- ज़िन्दगी साइकिल चलाने के समान है, Balance बनाने के लिए आपको चलते रहना होता है। – Albert Einstein

10- जैसे ही आप सीखना बंद करते हैं, आप मरना शुरू कर देते हैं।- Albert Einstein

11- आप कभी असफल नहीं होते जब तक आप प्रयास करना नहीं छोड़ देते।- Albert Einstein

At Last:

तो दोस्तो यह थी आज की टॉपिक Albert Einstein की जीवन परिचय उम्मीद है आपको यह लिख पसंद आई होगी और अब आप Albert Einstein के बारे में Albert Einstein Biography in Hindi, उनका अवार्ड्स और बचपन से जुड़े सारी चीज़ें जान गए होंगे।

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